हंदवाड़ा में 48 घंटे में दूसरा आतंकी हमला, 3 जवान शहीद, 7 घायल, सर्च ऑपरेशन जारी

कश्मीर के हंदवाड़ा में वानगाम गाजियाबाद में सुरक्षाबलों के संयुक्त दल का सर्च ऑपरेशन लगातार दूसरे दिन भी जारी है। हमले के बाद से ही इलाके की घेराबंदी किए हुए सुरक्षाकर्मी अब घर-घर की तलाशी ले रहे हैं। सुरक्षाबलों का कहना है कि आतंकी अभी इसी रिहायशी इलाके में ही शरण लिए हुए हैं। जल्द ही उनका पता लगा लिया जाएगा। वहीं हंदवाड़ा के वानगाम गाजियाबाद में शहीद हुए सीआरपीएफ के तीनों जवानों को आज श्रीनगर सीआरपीएफ हैडक्वाटर में अंतिम विदाई दी गई। सीआरपीएफ की 92 बटालियन के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा जम्मू-कश्मीर पुलिस के अधिकारियों ने शहीद कांस्टेबल संतोष कुमार मिश्रा, शहीद कांस्टेबल अश्वनी कुमार चादव, शहीद कांस्टेबल चंद्रशेखर को श्रद्धासुमन अप्रित करते हुए देश के लिए दी गई उनकी शहादत को नमन किया। बाद में तीनों शहीदों के पार्थिव शरीर को उनके घर के लिए भेजा गया।



पिछले 48 घंटों में सुरक्षाबलों पर आतंकवादियों का यह दूसरा आतंकी हमला था। गत रविवार को हुई मुठभेड़ में सेना के कर्नल, मेजर, दो सिपाहियों और एसआई की शहादत पर देशवासियों के आंसू अभी थमे भी नहीं थे कि गत सोमवार को आतंकियों ने फिर हमला कर दिया। हंदवाड़ा में ही केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के दस्ते पर हुए इस हमले में तीन जवान शहीद हो गए जबकि सात अन्य घायल हुए हैं। क्रास फायरिंग में एक स्थानीय युवक की भी मौत हो गई। हमले के बाद आतंकी भाग निकले और साथ लगते रिहायशी इलाके में छिप गए। उनकी तलाश में सुरक्षाबलों ने आज दूसरे दिन मंगलवार को भी क्षेत्र में सघन अभियान शुरू किया हुआ है।


आतंकी संगठन 'द रजिस्टेंस फोर्स' ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए सुरक्षाबलों पर हमलों में तेजी लाने की धमकी दी है। इस बीच, समाचार एजेंसी प्रेट्र को दिए साक्षात्कार में थल सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवाने ने भी पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि भारत सीमा पार से किसी भी दुस्साहस का उचित और सटीक जवाब देगा जब तक कि पाकिस्तान आतंकवाद की अपनी सरकारी नीति नहीं छोड़ देता।


जानकारी के अनुसार, सोमवार शाम करीब साढ़े पांच बजे सीआरपीएफ की 92वीं वाहिनी के जवानों के एक दल ने काजीबाद (हंदवाड़ा) में वानगाम बस स्टॉप के पास नाका लगा रखा था। इसी दौरान वहां पहले से घात लगाए आतंकियों ने उन पर अचानक हमला कर दिया। कुछ लोगों ने दावा किया कि आतंकी एक कार में थे, जबकि कुछ का दावा है कि आतंकी निकटवर्ती खेतों में छिपे थे। आतंकियों ने ग्रेनेड फेंका और साथ ही स्वचालित हथियारों से फायरिंग भी की। हमले में तीन जवान मौके पर ही शहीद हो गए और सात अन्य घायल हो गए। सीआरपीएफ के अन्य जवानों ने तुरंत अपनी पोजीशन ले ली और जवाबी फायरिंग की, लेकिन आतंकी भाग निकले। इस दौरान क्रॉस फायरिंग में एक किशोर की भी मौत हो गई। इसकी पहचान उमर शफी बट उर्फ आजिम बट के रूप में हुई है।


हमले की सूचना मिलते ही पुलिस, सीआरपीएफ और सेना के अधिकारी दल-बल समेत मौके पर पहुंच गए। उन्होंने घायल सभी जवानों को उपचार के लिए तुरंत अस्पताल पहुंचाया। सात में से चार जवानों की हालत गंभीर बनी हुई है। सीआरपीएफ प्रवक्ता ने बताया कि हमलावर आतंकियों को पकडऩे के लिए पूरे इलाके की घेराबंदी करके तलाशी ली जा रही है। क्रॉस फायरिंग में मारे गए युवक के पास कोई हथियार नहीं मिला है। इससे पहले रविवार को हंदवाड़ा के छंजमुला में हुई मुठभेड़ में सेना के एक कर्नल, एक मेजर और एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर समेत पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे।